Thursday, April 4, 2013

My first fuck oral story of a virgin boy who is now our group has become a good worker ,,,,,,

मेरा नाम सरोज प्रजापति और मेरी उम्र 25 वर्ष है, मैं एक मसाज पार्लर चलाती हूँ या फिर यह भी कह सकते हो कि एस्कॉर्ट-क्लब चलाती हूँ। मेरे इस क्लब में बड़े-बड़े घरों की महिलाओं और पुरुषों की सदस्यता है और मेरे यहाँ के सभी पुरुष महिलाओं की अच्छी तरह से मालिश करते हैं तथा उन्हें ह़र प्रकार की ख़ुशी प्रदान करते है, चाहे वह ख़ुशी उन्हें शारीरिक सम्बंध से ही प्राप्त क्यों न हो !
और इस ख़ुशी के बदले में वे महिलायें उन पुरुषों को कुछ न कुछ अपने मन मुताबिक दे देती हैं।
अब तो आप सभी पाठको को मेरे बारे में समझ आ ही गया होगा, यह जो कहानी है, एक घटना जो मेरे साथ हुई थी, उसी पर आधारित है।
एक दिन मेरे पास एक फ़ोन आया और उसने अपना नाम शेखर दाहिया बताया, उम्र 23 साल बताई।
मैंने उससे पूछा- तुम क्या करते हो?
तो उसने बताया- बी. टेक कर ली है और इस समय नौकरी की खोज में हूँ।
जब मैंने उससे पूछा कि उसे मेरा नम्बर कहाँ से मिला तो उसने कहा- यह नंबर मुझे इन्टरनेट से मिला है।
फिर मैंने उससे पूछा- क्या काम कर सकते हो?
तो उसने मुझसे कहा- मुझे काम की सख्त जरुरत है, मैं किसी भी तरह का काम कर लूँगा।
तो मैंने उसे बताया कि हमारा वास्तविक काम क्या है, उसे अपनी सर्विस होटल्स में देनी होगी और इसके बदले में उसे अपनी सर्विस की फ़ीस मिलेगी।
मैंने उससे कहा- क्या तुम हमारे सभी ग्राहकों को अच्छी सर्विस दे पाओगे?
उसने फ़ोन पर हाँ कर दी, लेकिन मैंने उसे कहा- सभी लड़के शुरू में यही कहते हैं कि वे अच्छी सर्विस दे देंगे लेकिन बाद में हमें अपने ग्राहकों से अच्छी सर्विस नहीं मिलने की शिकायत मिलती है, और कई बार ग्राहक हमें शिकायत करते हैं कि जिस तरह से उन्होंने मीटिंग के दौरान करने के लिए कहा था, उस तरह से नहीं किया।
उसने मुझे विश्वास दिलाते हुए कहा- मेरी सर्विस में ग्राहक की किसी बात की शिकायत नहीं आएगी।
मुझे उसकी बातों पर थोड़ा विश्वास हो गया तो मैंने उसे अपने क्लब में 4-5 दिन बाद सदस्यता दे दी और उसे एक 32 वर्षीया विधवा अमीर महिला को अपनी सर्विस देने के लिए मीटिंग का समय और होटल का पता दे दिया।
वह बताये गए समय और पते पर उस दिन गया और अपनी सर्विस उस महिला को दी।
शेखर ने जिस महिला को सर्विस दी थी, उसका अगले दिन फ़ोन आया और मुझे शेखर के बारे में पूछ।
मैंने उनसे पूछा- क्या उस लड़के ने आपको अच्छी सर्विस नहीं दी या जैसा आपने उसे करने के लिए कहा, उसने वैसा नहीं किया? वैसे उसने नई सदस्यता ली है, अगर आपको उससे अच्छी सर्विस नहीं मिली हो तो मैं आपको अगली बार किसी दूसरे लड़के से मीटिंग दे दूंगी।
उन्होंने मुझे टोकते हुए कहा- नहीं, यह नया लड़का दूसरे मसाज-बॉय से अच्छा है, इसके द्वारा दी गई सर्विस से बहुत अच्छी थी। और मैंने उससे जैसा करने को कहा था उसने उसे काफी अच्छे से किया, अगली मीटिंग के लिए भी शेखर को ही भेजना मेरे पास।
उस महिला से मुझे इस तरह की प्रतिक्रिया मिलने पर मुझे अच्छा लगा और मैंने तुरंत शेखर को फ़ोन करके उसके बारे में पूछ।
उसने कहा- मैं अभी काफी थका हुआ हूँ क्योंकि उसने उस महिला के कहे अनुसार काम किया, उस महिला ने मीटिंग में उससे 4 बार शारीरिक संबंध बनाने को कहा।
जब मैंने उससे पूछा- तुम्हें उस महिला के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने में कोई परेशानी तो नहीं हुई?
तो उसने मुझे बताया- 4 बार करने से मेरे जनन-अंग में हल्का-हल्का सा दर्द हो रहा है, लिंग के ऊपर के सिरे में हल्की सी सूजन आ गई है।
उसने यह भी बताया कि उसके लिंग में जो उसकी त्वचा उसके ऊपर के हिस्से को ढक कर रखती थी, वह अब पूरी खुल चुकी है।
तो मैंने उससे पूछा- क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?
तो उसने बताया कि उसके सभी मित्र लड़के ही रहे हैं और लड़कियों से उसकी कोई मित्रता नहीं रही है।
मुझे यह सुन कर समझ में आ गया कि वह एक कुंवारा लड़का था, और शायद कभी कभार ही हस्तमैथुन किया करता होगा।
इसके पश्चात मैंने उसके सम्बन्ध कई और अमीर महिलाओं जैसे विधवा, तलाकशुदा, अमीर मंगली लड़कियों से बनवाये।
उसे धीरे-धीरे इन सभी की आदत हो गई और अब उसे मीटिंग में महिलाओं के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने में कोई परेशानी नहीं होती।
सरोज प्रजापति,,,,,


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